Monday 1 April 2013

मेघवाल समाज शिक्षित बनो; संगठित रहो; उन्नति करो;
महासभा के उद्देश्य :-
1. भारतीय लोकतंत्र की रक्षा एवम भारत के विकास में सहयोग देना तथा मानव समरसता बढाना।
2. समाज में शिक्षा का वातावरण पैदाकर शैक्षिक जाग्रति पैदा करना।
3. समाज में समग्र मार्गदर्शन हेतु अच्छे साहित्य की रचना करना तथा सही मार्गदर्शन हेतु पत्रिका एवं पुस्तकों का प्रकाशन करना।
4. समाज को संगठित करना, आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करना तथा उनके नागरिक, सामाजिक एवं
5. समाज को संगठित करना, आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करना तथा उनके नागरिक, सामाजिक एवं राजनैतिक अधिकारों के लिये चेतना जाग्रत करना।
6. समाज में शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं खेलकूद आदि कार्यक्रम आयोजित करना।
7. समाज के लिये सामुदायिक भवन, छात्रावास तथा विद्यालयों आदि का निर्माण कर संचालन करना।
8. समाज में नारी उत्थान हेतु नारी शिक्षा एवं महिला अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना। परित्यक्ता, विधवा, बेसहारा नारियों के विकास के लिये समुचित मार्गदर्शन प्रदान करना।
9. समाज के विकलांग बच्चों के विकास हेतु समुचित कार्य करना।
10. समाज के युवा शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार के लिये प्रेरित करना।
11. गरीब मेधावी छात्र/छात्राओं को तलाशना एवं समुचित आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना।
12. विवाह योग्य युवक/युवतियों का परिचय सम्मेलन करवाना।
13. गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले विवाह योग्य युवक/युवतियों को निःशुल्क विवाह के लिये योगदान करना।
14. समाज में व्याप्त बुराईयों, कुरीतियों एवं अंधविश्वासों को जड़ से समाप्त करने हेतु प्रचार-प्रसार करना।
15. समाज के किसानों को खेती में वैज्ञानिक तकनिकी का प्रशिक्षण दिलाना एवं उन्नत खेती करने के लियें प्रोत्साहित करना।
16. समाज में असंगठित क्षेत्र के मजदूरों एवं कर्मचारियों को संगठित कर न्याय दिलाना।

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